Hindi funny story for kids
एक बार की बात है, एक जंगल में एक गीदड़ और ऊँट
की दोस्ती हो गयी | दोनों काफी टाइम साथ साथ बिताते, खेलते कूदते और अक्सर साथ में
पार्टियाँ करते थे |
अब चूंकि ऊँट तो शाकाहारी था, वह अक्सर खेतो में सब्जी, फल और
घासफूस खाया करता था, जबकि गीदड़ मांसाहारी चीज़ों में ज्यादा आनंद लेता था |
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रात के
समय गीदड़ अक्सर जोर जोर से चिल्लाता था तो एक दिन ऊँट ने पूछा – तुम इतनी जोर जोर
से क्यों चिल्लाते हो ?
इस पर गीदड़ बोला- मुझे हुकहुकी आती है मतलब मुझे जोर जोर
से चिल्लाने का मन करता है इसलिए चिल्लाता हूँ |
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एक दिन रात में दोनों साथ साथ टहल
रहे थे तभी वहां ऊँट को एक खरबूजे का खेत दिखाई दिया | ऊँट बोला – यार मुझे बहुत
तेज़ भूख लगी है, मैं जरा खेत से खरबूजे खा लूँ |
खेत के किनारे ही खेत का मालिक भी
सोया था तो ऊँट और गीदड़ दोनों दबे पाँव खेत में घुस गए |
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अब गीदड़ का तो जल्दी ही पेट भर गया वह
खेत से बाहर आ गया किन्तु ऊँट को खाने में समय लगता अतः उसने खरबूजे खाना जारी रखा
|
तभी अचानक गीदड़ ऊँट से बोला – यार मुझे हुकहुकी आ रही है |
यह सुनकर ऊँट घबरा
गया, वह बोला – मरवाएगा क्या ? खेत का मालिक यहीं सोया है, तेरी आवाज़ से वह जाग
जायेगा और हमारी पिटाई हो जाएगी, इसलिए भगवान् के लिए अभी थोड़ी देर रुक जा, मैं बस
थोड़ी देर में पेट भर लूं, फिर तू आराम से जितना चाहे चिल्ला लेना |
यह सुनकर गीदड़
बोला – यार मुझसे रुका नहीं जायेगा, मुझे बहुत जोर से हुकहुकी आ रही है |
ऊँट ने
काफी मिन्नतें कीं लेकिन गीदड़ नहीं माना और उसने चिल्लाना शुरू कर दिया |
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गीदड़ की आवाज़
सुनकर खेत का मालिक जाग गया, उसने अपनी लाठी उठाई और खेत की तरफ भागा | उसको आता
देख गीदड़ वहां से भाग खड़ा हुआ लेकिन ऊँट इतनी जल्दी खेत से नहीं निकल पाया |
खेत
के मालिक ने जब ऊँट को देखा तो उसने ऊँट
को लाठी से पीटना शुरू कर दिया | अब ऊँट आगे आगे और खेत का मालिक पीछे पीछे | खेत
मालिक ने ऊँट को दौड़ा दौड़ाकर पीटा |
Hindi funny story for kids
ऊँट आखिरकार जान बचा कर वहां से भागा | कुछ
समय बाद गीदड़ ऊँट को ढूँढता ढूँढता ऊँट के पास पहुँचा और बोला – कैसे हो ? ज्यादा
पिटाई तो नहीं हुई ?
यह सुनकर ऊँट आग बबूला हो गया, लेकिन वह कुछ बोला नहीं, उसने
मन ही मन गीदड़ को सबक सिखाने का सोचा |
एक दिन ऊँट और गीदड़ जंगल में खाने की तलाश
में जा रहे थे कि रास्ते में एक नहर पड़ी | ऐसे मौकों पर अक्सर गीदड़ ऊँट की पीठ पर
सवार हो जाता था और ऊँट उसको नहर या नदी पार करा देता था |
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जब रास्ते में नहर आई
तो गीदड़ तुरंत ऊँट की पीठ पर सवार हो गया | ऊँट गीदड़ को पीठ पर बैठाकर नहर पार
करने लगा |
ऊँट को अपनी उस दिन की पिटाई तो याद थी ही, तो उसने आज गीदड़ को सबक
सिखाने की ठानी |
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ऊँट जब बीच नहर में पहुँच गया तो बोला – यार मुझे लुटलुटी आ रही
है | गीदड़ घबराकर बोला – लुटलुटी ? ये क्या है ?
ऊँट बोला – जैसे तुझे चिल्लाने की
हुकहुकी आती है, ऐसे ही मुझे पानी में लोटने (लेटने) की लुटलुटी आती है |
घबराकर
गीदड़ बोला – नहीं भाई ! ऐसा जुल्म न करना, मैं डूब जाऊंगा, एक
बार मुझे पार पहुंचा दे, फिर जितना चाहे पानी में लोट लेना |
ऊँट बोला – नहीं भाई !
मुझसे नहीं रुका जा रहा, बहुत तेज़ लुटलुटी आ रही है |
गीदड़ ने काफी मिन्नतें कीं लेकिन ऊँट नहीं माना, वह पानी में बैठ गया और पीठ
के बल पानी में लोटने लगा | तेज़ पानी के बहाव में गीदड़ बह गया |
Hindi funny story for kids
इस कहानी से हमें
यह शिक्षा मिलती है कि जैसा व्यवहार हम लोगों के साथ करेंगे , वैसा ही हमें भी
भुगतना पड़ेगा, इसलिए ऐसे काम कभी मत करो जिससे दूसरे की हानि हो | ***
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